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    भारत को 6 मई तक ठंडा रखेंगे दो चक्रवाती परिसंचरण और दो पश्चिमी विक्षोभ, हो सकती है विनाशकारी ओलावृष्टि

    Manoj MeenaBy Manoj MeenaMay 3, 2023Updated:October 30, 2023No Comments3 Mins Read
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    सुभाष राज

    {स्वतंत्र पत्रकार}

    नई दिल्ली.भारत के समुद्र तटों पर चक्रवाती परिसंचरण के दो सिस्टम सक्रिय होने के साथ ही दो इलाकों में अलग-अलग बने पश्चिमी विक्षोभ समूचे देश के मौसम को 6 मई तक इस तरह प्रभावित करेंगे कि हिंदुस्तान का तापमान गर्मियों का अहसास तक नहीं होने देगा. चूंकि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती परिसंचरन विकसित होने का ठोस अनुमान लगाया गया है. इसके प्रभाव से खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनेगा और इसी की ताकत से हरियाणा के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ तापमापी के पारे को चढ़ने नहीं देगा. इसी इलाके में एक और पश्चिमी विक्षोभ देखा जा रहा है जो 5 मई से समूचे पश्चिमी भारत को ठंडा रखेगा.

    मौसमी परिचक्र में कायम हुए ये सिस्टम गरज के साथ बिजली लेकर आएंगे और तेज हवाओं के साथ आसमान से पानी बरसाएंगे. ये बारिश हल्की से मध्यम हो सकती है. कहीं-कहीं ये विनाशकारी रूप भी धारण कर सकती है. दो पश्चिमी विक्षोभ को बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती परिसंचरण से मिल रही ताकत से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में हिमपात हो सकता है. इसी वजह से उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानों में बादल जमकर बरस सकते हैं. यहां तक कि 50 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से चलने वाली हवाएं उत्तराखंड समेत मध्य महाराष्ट्र और मराठवाडा में ओलावृष्टि करवा सकती हैं.

    बादलों की जबरदस्त गरज के साथ वज्रपात की संभावना

    दक्षिण पश्चिम मध्यप्रदेश से दक्षिण तमिलनाडु, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और इसके आसपास चक्रवाती परिसंचरण की सक्रियता से व्यापक बारिश, बादलों की जबरदस्त गरज के साथ वज्रपात होने की पूरी संभावना है. मौसम की इस कारगुजारी से दक्षिण भारत भी पूरी तरह प्रभावित रहेगा. इससे दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में घनघोर बारिश होने की संभावना है. मध्य भारत में भी ओलावृष्टि की आशंका है.

    पूर्वोत्तर भारत में सक्रिय एक ट्रफ के प्रभाव से पूर्वी और उत्तर भारत में तेज हवाओं के साथ बादल गरज कर तेजी से बरस सकते हैं. इसी सिस्टम की वजह से अरुणाचल, असम और मेघालय में भी बारिश जमकर हो सकती है.

    दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की संभावना

    कुल मिलाकर पांच अलग-अलग तरह के चक्रवाती परिसंचरण तथा पश्चिमी विक्षोभ एवं ट्रफ के चलते समूचे पूर्वोत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. बंगाल और मध्यप्रदेश के विभिन्न इलाकों में भी ओलावृष्टि होने तथा अनेक स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है. राजस्थान के साथ उत्तरी राज्यों में भी बिजली गिरने और भारी बारिश होने की संभावनाएं जताई गई हैं.

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    Manoj Meena
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