नई दिल्ली। ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो मुश्ताक अहमद ने ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस की 35 वर्षीय सेवाओं को बेमिसाल बताते हुए कहा कि संपूर्ण उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए तिब्बी कांग्रेस राजस्थान इकाई को तुरंत प्रभाव से भंग किया जाता है। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस राजस्थान इकाई की आम सभा और कार्यकारी सभा की बैठक में संस्था को और अधिक सक्रिय बनाए रखने के लिए तुरंत प्रभाव से भंग करने की सिफारिश की गई थी। इसी के आधार पर संस्था को भंग कर दिया गया है.
ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ सैयद अहमद खान ने जारी बयान में कहा कि राजस्थान इकाई में सरकारी मेडिकल अधिकारियों को हटाने के लिए संस्था को भंग किया जाना अनिवार्य हो गया था। क्योंकि सरकारी नौकरी के दौरान प्रोटोकॉल के दायरे में रहकर काम करना होता है। इसलिए संस्था हितों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि सरकारी अधिकारियों को पद मुक्त किया जाए। यदि संस्था को भंग नहीं किया जाता तो उस सूरत में सरकारी अधिकारियों को निलंबित करना पड़ता जोकि उनके हित में नहीं था। इसलिए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो मुश्ताक अहमद ने तत्काल प्रभाव से तिब्बी कांग्रेस राजस्थान इकाई को भंग कर दिया है।
इस दौरान वरिष्ठ यूनानी चिकित्सक डॉ साजिद निसार (जोधपुर) को संयोजक और डॉ सैयद नवाज उल हक (अजमेर) को राष्ट्रीय सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया है। बता दें कि हाल ही अजमेर में यूनानी तिब्बी कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में उठे मुद्दों के बाद राजस्थान इकाई को भंग किया गया है. अधिवेशन में राजस्थान इकाई पर कई तरह के आरोप भी लगाए गए थे.