भारत एक ऐसा देश है, जहां बिछे रेल नेटवर्क की लंबाई संसार के एक दर्जन से अधिक देशों के क्षेत्रफल से सौ गुना तक ज्यादा है. ऐसे देशों में भारत के पडोसी मालदीव, नेपाल, भूटान और वर्मा शामिल हैं. इंडियन रेलवे मंत्रालय समूचे देश में माल ढोने के साथ—साथ यात्रियों को भी एक से दूसरे स्थान पर पहुंचाता है. यात्रियों की संख्या का अंदाजा सिर्फ इससे लगाया जा सकता है कि रोजाना एक आस्ट्रेलिया लोहे की पटरियों पर दौड़ने वाली रेलों में सफर करता है यानी ढाई करोड़ यात्री प्रतिदिन रेलों में सफर करते हैं. ये आस्ट्रेलिया की मौजूदा आबादी के बराबर है.
अब संगठन बड़ा है तो उससे सम्बंधित नियम, कायदे, शार्ट अक्षरों में लगे हुए साइन बोर्ड इत्यादि के साथ रेलों के नाम, लम्बी दूरी की ट्रेनों और उसके इतिहास की जानकारी के लिए भारत की टेक पीढी इंटरनेट खंगालती रहती है. इसलिए हिंदी हैडलाइन इस स्टोरी में रेलवे सम्बंधी उन सभी जिंज्ञासाओं के जवाब लाया है, जिन्हें हर कोई जानना चाहता है. दूसरे शब्दों में कहें तो इस स्टोरी में रेलवे की पूरी कुंडली समाहित है.
टिकट पर आरएसी लिखे होने का अर्थ जैसे कोई टिकट रद्द होता है तो आरएसी टिकट कंफर्म हो जाता है.
ट्रेन रुट यानि पटरियों पर लगे साइन बोर्ड सी.फा. की फुल फॉर्म सिटी फाटक है और उसके जरिए 250 मीटर आगे रेलवे क्रॉसिंग होने की चेतावनी दी जाती है कि हार्न देते हुए चलें.
भारत में सबसे लंबा सफर करने वाली ट्रेन का नाम विवेक एक्सप्रेस है. ये डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक 4150 किलोमीटर का सफर 75 घंटे में तय करती है.
अंग्रेजों के जमाने में 1912 में शुरू की गई ट्रेन पंजाब मेल है जो अभी तक चलती है.
शुरुआत में पंजाब मेल ट्रेन बलार्ज पियर (तत्कालीन बंबई) से पेशावर के बीच चलती थी लेकिन आजादी के बाद अब ये आज की मुंबई से पंजाब के फिरोजपुर के बीच दौड़ती है.
भारतीय रेलवे बोर्ड का दावा है कि नई दिल्ली, हावड़ा, चेन्नई सेंट्रल, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और पटना जंक्शन उसके सबसे बड़े कमाऊ पूत हैं.
हिंदुस्तान का सबसे बड़ा स्टेशन हावड़ा है, जहां प्रतिदिन 10 लाख यात्री चढ़ते.उतरते हैं.
भारत के रेलवे नेटवर्क में 8300 स्टेशन शामिल हैं.
ओडिशा का इब स्टेशन सबसे कम अक्षरों वाले स्टेशनों की सूची में टॉप पर है. ये स्टेशन इब नदी के पास है.
दक्षिणी राज्य एकीकृत आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु सीमा पर स्थित वेंकटनारसिम्हाराजुवरिपेटा रेलवे स्टेशन सबसे अधिक अक्षरों के नाम वाला स्टेशन है.
कश्मीर में बनाया जा रहा चिनाब पुल खंभों पर नहीं बल्कि आर्क पर टिका हुआ 359 मीटर ऊंचा और 1.3 किमी लंबा रेलवे ब्रिज होगा.
इंडियन रेलवे रोजाना 12 हजार 167 यात्री ट्रेन चलाती है. इनमें छठा हिस्सा मेल तथा एक्सप्रेस ट्रेनों का होता है. रेलवे रोजाना 2030 मेल तथा एक्सप्रेस ट्रेन चलाती है.
त्रिवेंद्रम-दिल्ली के बीच यात्रियों की सबसे पसंदीदा ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस 3149 किलोमीटरकी दूरी तय करती है.
एक मेल तथा एक एक्सप्रेस यात्री ट्रेन लगभग 60 करोड़ रुपए में तैयार होती है.
अगर सबसे पुराने रेलवे स्टेशन की बात करें तो उसे 1856 में चेन्नई के रोयापुरम में बनाया गया था. अब ये स्टेशन इसी नाम से जाना जाता है.
भारत में अब सिर्फ सिक्किम ही ऐसा राज्य है, जहां रेल लाइन नहीं है.
भारतीय रेल में आज भी सेवाएं दे रहा फेयरी क्वीन इंजन को 1855 में रेलवे में प्रवेश मिला था. अब ये इंजन दिल्ली से अलवर के बीच चलने वाली पर्यटक यात्री रेल को खींचता है.