नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार से पूछा है कि अमेरिका और चीन के मध्य बंटी दुनिया (बाइपोलर वर्ल्ड) में भारत का क्या स्टैंड और क्या ग्लोबल रणनीति है। राहुल गांधी ने जोर दिया है कि बदलती परिस्थितियों के बीच भारत को एक ग्लोबल रणनीति बनाने की जरूरत है।
सूत्रों के अनुसार विदेश मामले की संसदीय सलाहकार समिति बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका और चीन के बीच बंटी दुनिया को लेकर भारत की रणनीति पर सवाल खड़े किए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब में स्वीकार किया कि दुनिया मल्टीपोलर वर्ल्ड की तरफ बढ़ रही है और उनको नहीं लगता कि चीन इतना प्रबल होने वाला है।
राहुल गांधी ने चीन और पाकिस्तान के गठजोड़ को लेकर भी चिंता जताई। राहुल गाधी ने पूर्व कांग्रेस सरकारों के अनुभवों को सरकार से साझा करने का भी प्रस्ताव दिया।
सूत्रों के मुताबिक अमेरिका चीन के बीच संघर्ष की स्थिति में भारत के स्टैंड को लेकर भी राहुल गांधी ने कई सवाल किए। बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा, आनंद शर्मा भी मौजूद थे। विदेश सचिव हर्ष सिंगला ने प्रेजेंटेशन भी दिया.
पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्ट्री की इस कमेटी के चेयरमैन विदेशमंत्री होते हैं। इसका मकसद सांसदों को सरकार की नीतियों और पॉलिसी के बारे में अवगत कराना है। कमेटी में दोनों सदनों के सांसद सदस्य होते हैं। इस बैठक के बाद शशि थरूर ने ट्वीट करके कहा कि साढ़े 3 घंटे चली बैठक सकारात्मक थी और विदेश मंत्री ने सांसदों के सवालों के जवाब दिए।