डा. सुनिल शर्मा
जयपुर. कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण देश दुनिया में बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं। इससे तनाव और आत्महत्या के मामलों में भी वृद्धि हुई है। दिन-प्रतिदिन तनाव के मामले बढ़ ही रहे हैं, लेकिन इसे आसानी से खत्म किया जा सकता है। आयुर्वेद में बताई गई कुछ औषधियां खासकर तनाव दूर करने के लिए जानी जाती हैं।
भृंगराज बढ़ाता है ब्लड सर्कुलेशन
भृंगराज शरीर और मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद करता है। यह बालों से जुड़ी समस्याओं के लिए भी बेहतरीन औषधि है। भृंगराज रस और शहद का उपयोग कफ दूर करने में किया जाता है। ये फेफड़ों में बलगम के संचय को रोकता है और कफ बनने से राहत प्रदान करता है। चक्कर आने पर 5 एमएल भृंगराज रस को 3 ग्राम शक्कर के साथ दिया जाता है। ध्यान रखें कि कोई भी औषधि बिना परामर्श के लेने से बचें।
अश्वगंधा दूर करती है अनिद्रा
अश्वगंधा अमीनो एसिड और विटामिन का कॉम्बिनेशन है, जो तनाव दूर करने के साथ शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है। साथ ही ये अनिद्रा की शिकायत भी दूर करता है।
जटामासी मिटाती है थकान
यह शारीरिक और मानसिक थकान को दूर करती है। इससे तैयार औषधि शरीर से विषैले तत्त्वों को बाहर निकालती है और तनाव भी दूर होता है। इसके अलावा अगर सूजन और दर्द से परेशान हैं तो जटामासी चूर्ण का लेप तैयार कर प्रभावित भाग पर लेप करें। ऐसा करने से दर्द और सूजन दोनों से राहत मिलेगी।
ब्राह्मी बढ़ाती है मेमोरी
ब्राह्मी तनाव को कम करने के लिए जानी जाती है। यह तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) का लेवल कम रखने में मदद करती है। इसके अलावा यह औषधि एकाग्रता बढ़ाने के साथ मेमोरी को भी बढ़ाती है। खासकर स्टूडेंट्स के लिए ब्राह्मी काफी फायदेमंद है। मदिरापान और नशीले पदार्थों का सेवन न करें क्योंकि दोनों ही डिप्रेशन को बढ़ा सकते हैं। जब आप डिप्रेशन में हो तो कोई भी बड़ा फैसला लेने का प्रयास न करें। कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें। रात को दस बजे से पहले सोने का प्रयास करें। ऑफिस की बातों पर घर में आने के बाद अधिक न सोचें। तनाव की स्थिति में कुछ ऐसा करें, जो आपको खुशी दे, जैसे अपनी कोई हॉबी से जुड़ी एक्टिविटी करें। रोजाना सुबह 15-20 मिनट मेडिटेशन या योग करें।