वीपीएन जियोलोकेशन प्रतिबंधों को पार करने, उपकरणों को अधिक सुरक्षित बनाने और अपनी इच्छित सामग्री तक पहुंचने का सामान्य तरीका है.वीपीएन का उपयोग लोकप्रिय होने के बावजूद कुछ देशों में इसका उपयोग गैरकानूनी है. बता दें कि अधिकांश देशों में वीपीएन का उपयोग करना पूरी तरह से कानूनी है. 190 से अधिक देश वीपीएन का उपयोग बिना किसी समस्या के कर रहे हैं. वीपीएन प्रतिबंध वाले तीन देश तुर्कमेनिस्तान, बेलारूस और उत्तर कोरिया हैं. चीन भी उन छह देशों में शामिल है जहां वीपीएन का इस्तेमाल किसी न किसी तरह प्रतिबंधित है.
बेलारूस में वीपीएन प्रतिबंधित है क्योंकि उसका मानना है कि उनका उपयोग कानून का उल्लंघन करने के लिए किया जा सकता है। देश के संचार मंत्रालय ने 2015 में वीपीएन के उपयोग पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था. 2016 से बेलारूस ने टोर को भी प्रतिबंधित कर दिया है. ये डार्क वेब को अनाम ऑनलाइन इंटरैक्शन और कनेक्शन प्रदान करता है.
पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ नार्थ कोरिया के भीतर निजी वर्चुअल नेटवर्क उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. वीपीएन प्रतिबंध केवल नागरिकों को प्रभावित करता है. उत्तर कोरिया में, आगंतुक मर्जी से इंटरनेट ब्राउज़ करने में सक्षम हैं और उन्हें वीपीएन सेवा का उपयोग करने की अनुमति भी है.
2015 से तुर्कमेनिस्तान में वीपीएन का उपयोग गैरकानूनी घोषित है. बताया जाता है कि विदेशी मीडिया के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने अज्ञात ब्राउजिंग पर प्रतिबंध लगा दिया.
तुर्कमेन नागरिकों को ब्लॉगिंग से रोकने के लिए YouTube को 2009 से प्रतिबंधित कर दिया गया है. तुर्कमेन फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया साइटों तक भी नहीं पहुंच सकते.
चीन में वीपीएन तकनीकी रूप से वैध हैं. लेकिन सभी वीपीएन सेवाओं को कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) से अनुमति लेनी होती है. चीन जल्द ही वीपीएन क्षेत्र में विदेशी निवेश की अनुमति दे सकता है.
टर्की में वीपीएन या सोशल मीडिया साइट्स जैसी ऑनलाइन सेवाओं पर सरकार की कार्रवाई सुरक्षा संबंधी कारणों से की गई है. वीपीएन प्रतिबंध आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए लगाया गया है. तुर्की में कई वीपीएन ब्लॉक कर दिए गए थे।
तुर्की सरकार द्वारा लाइव समय में किए गए सेंसरशिप कार्यों को ट्रैक और मैप करने वाले तुर्की ब्लॉक्स वॉचडॉग संगठन का दावा है कि जब सोशल मीडिया साइटें कुछ भी पोस्ट करती हैं जिससे वे सहमत नहीं होते हैं तो सरकार उन साइटों तक पहुंच को अवरुद्ध कर देती है.