पाकिस्तान से 1971 में नग्गी के समीप हुए युद्ध में भारतीय सेना के वीर जवानों ने पाकिस्तान के कब्जे से भारत का भूभाग मुक्त करवाने वाले 21 जवानों के शहीदी स्थल को शहीद कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाए.
आजादी के इस अमृत साल में 21 जवानों की शहीदी को याद करते हुए श्रीगंगानगर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद निहाल चन्द ने केंद्र सरकार से सीमा दर्शन योजना के अंतर्गत नग्गी पोस्ट और हिन्दुमलकोट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की. इसके साथ ही सीमा पर शहीद सैनिकों के स्मारक को कॉरिडोर के रूप में विकसित करने का भी अनुरोध किया है.
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान सांसद निहाल चन्द ने सदन को बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण इन इलाकों में भारतीय थल सेना, बी.एस.एस. और भारतीय वायु सेना की छावनियाँ हैं.
पाकिस्तान से 1971 में नग्गी के समीप हुए युद्ध में भारतीय सेना के वीर जवानों ने पाकिस्तान के कब्जे से भारत का भूभाग मुक्त करवाया था.
इस दौरान भारत के 21 वीर सैनिक शहीद हो गए थे. उनकी याद में इस स्थान पर शहीद स्मारक बनाया गया है. स्मारक पर प्रतिवर्ष 28 दिसम्बर को शहीदों की याद में नागरिक मेले का आयोजन किया जाता है.
सांसद ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में पर्यटन केन्द्र बनने की आपार संभावनाएं है.अगर केंद्र सरकार पर्यटन विस्तार योजना बनाए तो इस क्षेत्र के साथ-साथ देश के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.