नई दिल्ली. शिक्षक भर्ती में नियुक्ति पाने की उम्मीद लगाए बैठे वे 69,000 अभ्यर्थी जो अब तक काउंसिलिंग में शामिल नहीं हुए हैं, उन्हें फिर से काउंसिलिंग का अवसर मिलेगा।
उत्तर प्रदेश स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद के अनुसार विभाग इस भर्ती में तीसरी काउंसिलिंग के लिए जिलों से रिक्त सीटों का ब्योरा मंगाएगा। इस भर्ती में जिला आवंटन में ही अनुसूचित जनजाति अभ्यर्थियों के 1133 पद खाली रह गए थे।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों के लिए 69,000 शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। दो चरणों में 31,277 व 36,590 पदों का जिला आवंटन किया गया। नियुक्ति पत्र दिए जा चुके हैं लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में पद रिक्त होने रह गए।
उल्लेखनीय है कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 69000 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा का 12 मई को परिणाम घोषित किया था। परिणाम में 1,46,060 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। इसमें 1,36,621 ने आवेदन किया, जबकि 9439 अभ्यर्थियों ने आवेदन नहीं किया। 69000 पदों के लिए आवेदकों के गुणांक, भारांक, जिला वरीयता को देखते हुए जिले में उपलब्ध पद के आधार पर वर्ग व श्रेणीवार जिला आवंटन एक जून को किया गया था। 67,867 अभ्यर्थियों को जिला आवंटित हुआ था, वहीं एसटी वर्ग के 1,113 सीटें अभ्यर्थी न होने से खाली रह गई थी।
प्रयागराज पहुंचे स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने कहा कि सरकारी परिषदीय विद्यालयों की साज-सज्जा और पठन-पाठन दुरुस्त करने पर विशेष जोर है। जिलों में जिलाधिकारी की अगुवाई में कमेटियां बनाई गई हैं और उसके अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। वहीं, जिन विद्यालयों के भवन जर्जर हैं या फिर किराए के भवन में चल रहे हैं, उन्हें नजदीक के ही परिषदीय विद्यालय में शिफ्ट किया जाएगा।