नई दिल्ली. कड़ी जांच पड़ताल के बाद भारत ने चीन को वह सैनिक सौंप दिया है जिसे भारतीय सेना ने 8 जनवरी को सेना ने पकड़ा था। सैनिक 8 जनवरी को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लद्दाख के एक इलाके में पकड़ा गया था। भारतीय सेना ने यह सैनिक सोमवार सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर चुशूल-मोल्डो में चीन के हवाले किया।
जानकारी के अनुसार चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिक ने एलएसी पार की थी, जिसे उस इलाके में तैनात भारतीय सैनिकों पकड़ लिया था। सैनिक के पकड़े जाने के बाद सेना ने दावा किया कि इस चीनी सैनिक से तय नियमों के तहत व्यवहार किया गया।
भारत और चीन के बीच सीमा पर कई महीनों से गतिरोध है। दोनों देशों के बीच मौजूदा विवाद पूर्वी लद्दाख में 5 मई की शाम चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के साथ शुरू हुआ था। ये झड़प अगले दिन भी जारी रही फिर तनावपूर्ण शांति कायम हो गई, लेकिन तब से वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव जारी है।
बाद में 15 जून को गलवाट घाटी इलाके में दोनों देश की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। झड़प में चीनी सैनिकों के हताहत होने की खबरें भी आई थीं।
गलवान की घटना के बाद भारत और चीन के बीच अलग-अलग स्तर पर कई बार बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर एक चीनी सैनिक पकड़ा गया था जिसे जांच के बाद छोड़ दिया गया।