सोशल मीडिया पर दोस्ती करके लड़कियों की अस्मत लूटने वाले युवकों के एक गैंग ने त्रिपुरा के गोमती जिले की एक नाबालिग लड़की को फंसा कर अपने ठिकाने पर बुलाया और उसे जंगल में ले गए. जंगल में गैंग के तीन व्यक्तियों ने नाबालिग के साथ बारी—बारी से बलात्कार किया और बाद में लड़की को चलती कार से फेंक कर फरार हो गए. हालांकि पुलिस ने गैंगरेप करने वाले गैंग के सरगना 21 साल के युवक को गिरफ्तार कर लिया है और दो अन्य की तलाश जारी है.
नाबालिग के परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि दक्षिण त्रिपुरा के तेपनिया इको पार्क की एक लड़की को गैंग ने सोशल मीडिया पर पहचान छुपाकर फंसाया और पिछले सप्ताह बुधवार को उसे मिलने बुलाया. नाबालिग के आते ही तीनों ने उसकी नग्न तस्वीरें खींची और फिर उसे धमकाकर जंगल में ले गए. जहां उसके साथ कई बार सामूहिक बलात्कार किया गया. उसके बाद लड़की को चलती कार से सड़क पर फेंक कर फरार हो गए.
पुलिस का दावा है कि बुधवार की इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करके 21 वर्षीय मुख्य आरोपी को पुरबा गोकुलपुर के घर से दबोच लिया. सामूहिक बलात्कार में शामिल दो अन्य दरिंदे अभी फरार हैं.
पुलिस का दावा है कि सोशल मीडिया पर दोस्ती का झांसा देकर फंसाई गई नाबालिग को मुख्य आरोपी ने तेपानिया इको पार्क में बुलाया और उसकी तस्वीरें खींचनी शुरू कर दी. नाबालिग ने इसका विरोध किया और वहां से भागने की कोशिश की लेकिन तीनों उसे दबोचकर जंगल में ले गए.
इलाके के डिवीजनल मजिस्ट्रेट के अनुसार मुख्य आरोपी और उसके साथियों ने 17 वर्षीय नाबालिग को जंगल में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया. सुबह से शाम तक कई बार बलात्कार के बाद तीनों ने नाबालिग को नजरबाग इलाके में बाहर फेंक दिया. पुलिस ने मुख्य आरोपी सोहेल मिंयां को गिरफ्तार कर लिया है.
जबकि लड़की के परिवार ने तीनों व्यक्तियों पर बलात्कार का आरोप लगाया था, पुलिस ने कहा कि अब तक की गई जांच से यह निष्कर्ष निकला है कि गिरफ्तार व्यक्ति अपराध में शामिल था लेकिन अन्य दो की भूमिका का पता लगाया जाना बाकी है।
हमने नाबालिग से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार व्यक्ति को आज अदालत में पेश किया और उसे पुलिस हिरासत में भेजने की मांग की। अदालत का आदेश आना बाकी है.