सुशील मोदी की राज्यसभा उम्मीदवारी
नई दिल्ली. दिवंगत रामविलास पासवान की सीट से बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को राज्यसभा में भेजने के निर्णय के साथ ही लोकजनशक्ति पार्टी खफा हो गई है। उसके अध्यक्ष चिराग पासवान ने चेतावनी दी है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले भी हो सकते हैं!
चिराग ने अपने पिता की सीट से सुशील मोदी को राज्यसभा भेजने के भाजपाई फैसले पर चुप्पी साध ली है, लेकिन विधानसभा चुनाव समय से पहले होने का बयान देकर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी है।
चिराग पासवान का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव में जाने से पूर्व पार्टी के पास दो विकल्प थे। 15 सीट पर विधान सभा चुनाव लड़े या फ़्रेंडली फ़ाइट करें। गठबंधन में पार्टी को मात्र 15 सीट देने की बात कही गई थी, जिसे लोजपा संसदीय बोर्ड ने नहीं माना। और अधिकांश सीटों पर फ्रेंडली फाइट करने का निर्णय लिया गया।
चिराग ने कहा कि बिहार विधानसभा के अगले चुनाव 2025 से पहले भी हो सकते हैं। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट पर भाजपा ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के अनुसार भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने राज्यसभा सीट पर सुशील कुमार मोदी की उम्मीदवारी को आगे बढ़ाने का निर्णय किया है। राजग के पास 125 विधायक हैं और अगर महागठबंधन की ओर से कोई उम्मीदवार खड़ा होता है तो उसे अपने उम्मीदवार की जीत के लिए 122 विधायकों की जरूरत होगी।
राजद के नेतृत्व वाले गठबंधन के चुनाव लड़ने की स्थिति में इस सीट के लिए 14 दिसंबर को चुनाव होगा। नामांकन की अंतिम तिथि तीन दिसंबर है। पत्रकारों ने पटना पहुंचे लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान से राज्यसभा उपचुनाव में सुशील मोदी की उम्मीदवारी को लेकर सवाल किया तो वे चुपचाप आगे बढ़ गए।