सुभाष राज
नई दिल्ली. भारत की सेना दो दिन बाद एक विश्व रिकार्ड बनाने जा रही है। वह 15 जनवरी को सेना दिवस पर जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन के पास स्थित पहाड़ी पर विश्व का सबसे बड़ा तिरंगा फहराएगी। ये तिरंगा आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में फहराया जाएगा।
विश्व के सबसे बड़े तिरंगे को फहराने की तैयारियां इन दिनों जोरों से चल रही है। ये तिरंगा कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकेगा। 15 जनवरी को तिरंगा फहराने के लिए आयोजित कार्यक्रम में सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
जैसलमेर में फहराने के लिए तैयार किया जा रहा तिरंगा जम्मू-कश्मीर के लेह एवं मुम्बई के तिरंगे से भी ज्यादा विशाल होगा। मीडिया के अनुसार जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास की ऊंची पहाड़ी पर विश्व के सबसे बड़े तिरंगा को लहराने की तैयारियां जोरों पर चल रही है।
ये झण्डा करीब 225 फीट लंबा और 150 फीट चौड़ा होगा। इसका वजन करीब 1000 किलोग्राम होगा। इसे भारतीय खादी ग्रोमोद्योग ने तैयार किया है। इस ध्वज की स्थापना के लिये सेना जोरदार तैयारियां कर रही है। दिन रात कई जेसीबी एवं दर्जनों मजदूर जुटे हुए है। ये झण्डा करीब 37500 वर्गफुट को कवर करता है। जब यह स्थापित हो जाएगा तब कई किमी. दूर से जैसलमेर की तरफ आने वाले सैलानियों एवं स्थानीय लोगों को लहराता हुआ नजर आएगा। जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास की ऊंची पहाड़ी पर विश्व के सबसे बड़े तिरंगा को लहराने की तैयारियां जोरों पर चल रही है।