वास्तविक युद्ध परिस्थितियों की ट्रेनिंग बढ़ाने पर जोर
नई दिल्ली. चीन ने लद्दाख में भारतीय सेना की चुनौती का सामना करने के लिए सेना को हर क्षण लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ये आदेश देते हुए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से कहा है कि वह किसी भी क्षण कार्रवाई को तैयार रहे।
चीनी संवाद समिति शिन्हुआ के अनुसार शी जिनपिंग ने हर समय तैयार रहने के लिए वास्तविक युद्ध परिस्थितियों की ट्रेनिंग में इजाफा करने को भी कहा है। जिनपिंग ने कहा कि पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को किसी भी सेकेंड कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए और हर समय युद्ध को तैयार रहना चाहिए।
जिनपिंग ने भारतीय सीमा पर जारी तनाव को दृष्टिगत रखते हुए संकेतों में कहा कि (पीएलए) अग्रिम टकरावों का इस्तेमाल सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए करे और प्रशिक्षण में टेक्नॉलजी का इस्तेमाल बढ़ाए। सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के प्रमुख बनने के बाद पहले ऑर्डर में शी जिनपिंग ने वास्तविक युद्ध परिस्थितियों में प्रशिक्षण से सेना की मजबूती और जीतने की क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया।
शी ने अभ्यासों में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाने और हाईटेक नॉलेज बढ़ाने की सलाह दी। कंप्यूटर सिम्यूलेशन और ऑनलाइन कॉम्बैट ड्रिल्स के साथ साथ हाई टेक और इंटरनेट का उपयोग भी बढ़ाए जाने को कहा। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को ट्रेनिंग और युद्ध प्रक्रियाओं में नए उपकरणों, नई ताकतों और नए युद्ध क्षेत्रों का एकीकरण बढ़ाना चाहिए।
राष्ट्रपति और सेंट्रल मिलिटरी कमीशन का प्रमुख बनने के बाद से शी पीएलए को युद्द के लिए तैयार करने में जुटे हैं। चीन सेना को आधुनिक बनाकर साउथ चाइना सी में अमेरिका को रोकने के साथ ही ताइवान को डराना चाहता है। इसके अलावा एशिया में उसे टक्कर देने में सक्षम भारत पर भी इसी के जरिए दबाव बढ़ाकर हिमालय में सैनिक वर्चस्व कायम करना चाहता है।