नई दिल्ली. भूटान में भारत से मुंह की खा चुका चीन नेपाल पर डोरे डालने की कोशिश कर रहा है। इसी कोशिश के तहत चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही रविवार को नेपाल की यात्रा पर पहुंचे। यात्रा के दौरान वे नेपाल के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे।
चीनी विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि एक दिन की यात्रा के दौरान स्टेट काउंसलर वेई राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाक़ात करेंगे। चीनी रक्षा मंत्री नेपाली सेना के प्रमुख जनरल पूर्ण चन्द्र थापा से भी मुलाक़ात करेंगे। चीनी रक्षा मंत्री की यात्रा तब हो रही है जब भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला नेपाल से लौट चुके हैं। इससे पहले रॉ के प्रमुख सामंत कुमार गोयल और सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे की नेपाल यात्रा कर चुके हैं।
नेपाल सेना के प्रवक्ता संतोष वल्लभ पौड्याल के अनुसार, नेपाल सरकार ने ही चीनी रक्षा मंत्री को आमंत्रण भेजा था। एक देश के मंत्री या सरकार का दूसरे देश से अपने समकक्ष को बुलाना एक कूटनीतिक कवायद है और अक्सर देशों के बीच यह चलती रहती है। चीन के लिए यह दौरा रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि तुलनात्मक रूप से भारत का दक्षिण एशियाई देशों पर अधिक प्रभाव है। चीन इसे कम करके स्वयं का प्रभाव बढ़ाना चाहता है।
इस वर्ष अगस्त में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन-नेपाल संबंधों को मज़बूत बनाने पर बहुत ज़ोर दिया। साथ ही दावा किया कि वह अपनी नेपाली समकक्ष भंडारी के साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।