पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बंद है मानवता का दुश्मन
नई दिल्ली. भारत को निर्दोषों का खून पीने वाले जिस पिशाच की मौत का इंतजार है, उसे पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने दो और मामलों में 10 साल कैद की सजा सुनाई है।
संयुक्त राष्ट्र ने हाफिज सईद को वैश्विक आतंकी घोषित करने के साथ ही अमेरिका ने उसपर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा हुआ है। उसे आतंकियों को वित्तीय मदद उपलब्ध कराने के मामले में पिछले साल 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने आतंकी कृत्यों के लिए वित्तीय मदद देने के दो मामलों में उसे फरवरी में 11 साल कैद की सजा सुनाई थी। सईद लाहौर की उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल में बंद है।
वैश्विक आतंकी है सईद
खबरों के अनुसार लाहौर स्थित आतंकवाद रोधी अदालत ने जमात उद दावा के सरगना सईद सहित इसके चार नेताओं को दो और मामलों में सजा सुनाई। सईद और उसके दो साथियों-जफर इकबाल तथा याह्या मुजाहिद को 10-10 साल कैद की सजा सुनाई गई है, जबकि उसके साले अब्दुल रहमान मक्की को छह महीने कैद की सजा सुनाई गई है।
अभी सिर्फ 24 मामलों में हुआ है फैसला
आतंकवाद रोधी अदालत-1 के न्यायाधीश अरशद हुसैन भुट्टा ने आतंकवाद रोधी विभाग द्वारा दायर मुकदमा संख्या 16/19 और 25/19 में सुनवाई की जिसमें वकील नसीरुद्दीन नैयर और मोहम्मद इमरान फजल गुल की जिरह के दौरान गवाहों के बयानों के बाद फैसला सुनाया गया है।आतंकवाद रोधी विभाग ने जेयूडी के नेताओं के खिलाफ कुल 41 मामले दर्ज किए हैं जिनमें से 24 मामलों में फैसला आ चुका है और शेष अन्य आतंकवाद रोधी अदालतों में लंबित हैं।
अब तक चार मामलों में सईद के खिलाफ फैसला आया है। जेयूडी वर्ष 2008 में मुंबई में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार लश्कर ए तैयबा को संचालित करनेवाला प्रमुख संगठन है। मुंबई हमलों में 166 लोग मारे गए थे जिनमें छह अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। अमेरिका के वित्त विभाग ने सईद को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर रखा है। दिसंबर 2008 में उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1267 के तहत आतंकवादी घोषित किया गया था।