अमेरिका में सत्ता बदलाव का इंडिया पर असर नहीं
नई दिल्ली. सत्ता अधिग्रहण की औपचारिकता पूरी होने के साथ ही बाइडेन प्रशासन चीन, पर्यावरण, स्वच्छ ऊर्जा और व्यापार पर ध्यान केंद्रित करेगा। अमेरिका के एक व्यापार समूह का मानना है कि बाइडेन प्रशासन में भारत-अमेरिका संबंधों को नई रफ्तार मिलेगी।
बाइडेन की जीत से भारत में उत्साह का माहौल है और यह माना जा रहा है चीन को नियंत्रण में रखने की अमेरिकी जरूरत को देखते हुए भारत उसके रणनीतिक सहयोगी की भूमिका में है क्योंकि रूस को छोड़कर सिर्फ भारत ही ऐसा देश है जो हिंद महासागर में चीनी रफ्तार को ब्रेक कर सकता है। इसके हिमालय में भी चीन से दो—दो हाथ करने की भारत की काबिलियत पर किसी को शक नहीं है।
इधर अमेरिका-भारत व्यापार परिषद को उम्मीद है कि बाइडेन सरकार भारत को लेकर व्यापक रुख अपनाएगा। दोनों देश रणनीतिक सुरक्षा आर्थिक मुद्दों के साथ जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिक संबंधों को आगे बढ़ाएंगे। अमेरिका भारत रणनीति एवं भागीदारी मंच का भी यही मानना है। उसे आशा है बाइडेन और कमला हैरिस प्रशासन भारत-अमेरिका भागीदारी को आगे बढ़ाने में अनुकूल परिस्थितियां उपलब्ध कराएगा। बाइडेन प्रशासन क्षेत्र में सामूहिक और सहमति का निर्माण करने का काम करेगा।