अरबपति एलन मस्क ने कार बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों को पछाड़ दिया है. उसकी टेस्ला दुनिया की पहली ऐसी कंपनी बन गई है जिसने टोयोटा के मुकाबले प्रत्येक कार पर आठ गुना ज्यादा मुनाफा कमाया. ये आंकड़े सामने आने के बाद टोयोटा को ये समझ ही नहीं आ रहा है कि वह अपनी कारों पर लाभ कैसे बढ़ाए और मस्क की टेस्ला को बाजार का लीडर बनने से कैसे रोके. आंकड़ों के अनुसार
अरबपति एलोन मस्क की टेस्ला ने तीसरी तिमाही के लिए टोयोटा के मुकाबले प्रति वाहन लगभग आठ गुना लाभ कमाया. इसका कारण टेस्ला की वह तकनीक है जिसके जरिए उसने ईवी उत्पादन की लागत को टोयोटा के मुकाबले दस गुना तक कम कर दिया.
इसी वजह से अग्रणी जापानी वाहन निर्माता 2026 की शुरुआत में ईवी योजना में बदलाव के साथ आक्रामक विस्तार का रोड मैप बना रहा है. टोयोटा ईवीएस की प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार के तरीकों पर विचार कर रही है.टोयोटा फरवरी में आपूर्तिकर्ताओं का एक बड़ा सम्मेलन बुलाने की तैयारी में भी है. टोयोटा का मानना है कि गैसोलीन-इलेक्ट्रिक हाइब्रिड, एक बाजार जिसे उसने प्रियस के साथ आगे बढ़ाया है, कार्बन-उत्सर्जन में कमी के साथ परिवहन का महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहेगा।
टोयोटा ने ईवी रणनीति के तहत bZ4X जैसी कारों के रोलआउट पर ध्यान केंद्रित किया है. टोयोटा की योजना के दूसरे चरण में ई-टीएनजीए प्लेटफॉर्म पर आधारित मॉडल प्राथमिकता में रहेंगे.
टोयोटा ने ई-टीएनजीए को इस धारणा पर डिज़ाइन किया है कि 2030 तक लगभग 3.5 मिलियन ईवी बेचने में कंपनी सक्षम हो सके. टोयोटा कुछ बड़े प्रीमियम ईवी में डेन्सो से हाल ही में विकसित सिलिकॉन-कार्बाइड-आधारित इन्वर्टर पेश कर सकती है जो चार्जिंग में सुधार करेगा और निर्माण लागत को कम करने में मदद करेगा.